भारत की सामरिक शक्ति को नई उड़ान, यूपी में शुरू हुई ब्रह्मोस टेस्टिंग फैसिलिटी, राजनाथ सिंह ने वर्चुअली किया शुभारंभ
राजनाथ सिंह बोले – “दिल्ली में रहना जरूरी था, लेकिन यह क्षण मेरे लिए गर्व का विषय है”
लखनऊ। भारत की सामरिक शक्ति को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअली ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग फैसिलिटी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में मौजूद रहे। यह परियोजना न केवल प्रदेश को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में नई पहचान दिलाएगी, बल्कि देश की सुरक्षा क्षमताओं को भी और अधिक प्रभावी बनाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण से जुड़ी इस महत्वपूर्ण सुविधा के लोकार्पण पर आपसे जुड़कर मुझे अत्यंत गर्व महसूस हो रहा है। मैं स्वयं उपस्थित होना चाहता था, लेकिन वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए मेरा दिल्ली में रहना आवश्यक था। इसके बावजूद, इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने का अवसर मेरे लिए अत्यंत विशेष है।”
इस नई फैसिलिटी के शुरू होने से न केवल मिसाइलों के निर्माण और परीक्षण की प्रक्रिया में गति आएगी, बल्कि देश की रक्षा तैयारी और आत्मनिर्भरता को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मौके पर अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा, “ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत देश ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखी है। अगर किसी को इसकी ताकत पर संदेह है, तो पाकिस्तान से पूछ लीजिए।” उन्होंने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्रह्मोस प्रोजेक्ट के लिए 200 एकड़ भूमि आवंटित की है, और अब राज्य में मिसाइल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो रही है।
इस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग फैसिलिटी से मिसाइलों की गुणवत्ता नियंत्रण और परीक्षण में अहम योगदान मिलेगा। यह केंद्र उत्तर प्रदेश को रक्षा क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
इस परियोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। वर्ष 2018 में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को रक्षा निर्माण के हब के रूप में विकसित करना है। लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट जैसे जिले इस कॉरिडोर के प्रमुख केंद्र बनाए जा रहे हैं।
इस कॉरिडोर में हो रहे निवेश से राज्य की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी, साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। ब्रह्मोस निर्माण सुविधा का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है, जिससे राज्य देश की सामरिक तैयारी में एक अहम स्तंभ के रूप में उभरेगा।