‘हरि की बदरी पुरी’ पुस्तक का लोकार्पण
दिल्ली। बदरीनाथ सतयुग का धाम है । यहां श्री हरि सतयुग से निरंतर लोक कल्याण के लिए साधनारत हैं। भगवान श्री हरि अनंत हैं और हरि कथा भी अनंत है। यह बात ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित श्री हरि की बदरी पुरी पुस्तक के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पुस्तक में न केवल बदरी पुरी के माहात्म्य के बारे में संपूर्ण जानकारी मिलेगी, बल्कि qमंदिर से जुड़ी हुई प्राचीन परंपराओं से भी अवगत होंगे।
उन्होंने कहा कि उनके अवतरण दिवस पर पुस्तक को लोकार्पित करते हुए उन्हें प्रसन्नता हो रही है कि ज्योतिर्मठ की पवित्र धरती से प्रणयित यह साहित्य उनके हाथों से आप तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि लेखक डॉक्टर बृजेश सती का साहित्यकि सृजन सराहनीय है। निश्चित रूप से पुस्तक के माध्यम से लोगों को श्री हरि की बदरी पुरी के बारे में रोचक और तथ्य परक जानकारी मिलेगी।
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक डॉक्टर बृजेश सती ने पुस्तक की भूमिका रखी। उन्होंने बताया कि पुस्तक में पांचअध्याय हैं । प्रथम अध्याय में बदरीनाथ माहात्मय के बारे में विस्तार से वर्णन है। द्वितीय अध्याय में बदरीनाथ मंदिर से जुड़े हुए तीर्थ स्थलों का विवरण दिया गया है। तृतीय अध्याय में मंदिरों के पुजारियों और शंकराचार्य का उल्लेख है । चतुर्थ अध्याय में बदरीनाथ और ज्योतिर्मठ से जुड़े हुए धार्मिक आयोजनों का वर्णन और अंतिम अध्याय में बदरी पुरी की पैदल यात्रा का विस्तार से वर्णन है।
इस अवसर पर इस अवसर पर कांग्रेस के सोनीपत के सांसद ब्रह्मचारी, रायपुर से बीजेपी के सांसद बृजमोहन अग्रवाल, प्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा,जलपुरुष राजेंद्र सिंह,ज्योतिर्मठ प्रभारी मुकंदानंद, हरिद्वार के महामंडलेश्वर महंत प्रेमानंद महाराज, यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल , गंगोत्री मंदिर समिति के प्रतिनिधि और उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के मीडिया प्रभारी रजनीकांत सेमवाल, पूर्व भविष्य निधि आयुक्त भारत सरकार बी एन शर्मा, ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत, बदरीनाथ धाम के अध्यक्ष उमेश सती आदि उपस्थित रहे।